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छात्र अभिभावक मंच बोला, शिक्षण संस्थान बंद तो किस चीज की फीस, ज्ञापन सौंप मांगी कार्रवाई
शिमला। हिमाचल में शिक्षण संस्थान (Educational Institutions) बंद होने के बाद भी निजी स्कूल लगातार फीस जमा करवाने का दबाव अभिभावकों पर डाल रहे हैं। यह कहना है छात्र अभिभावक मंच का। उन्होंने रोष जताते हुए कहा कि कोरोना महामारी के चलते प्रदेश सरकार ने निजी व सरकारी सभी शिक्षण संस्थानों को 21 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया है। स्कूल (School) खोलने को लेकर आगामी फैसला उच्च स्तरीय बैठक के बाद लिया जाएगा। बावजूद इसके निजी स्कूलों (Private School) ने अभिभावकों पर फीस जमा करवाने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है। यही नही कोरोना (Corona) के इस दौर में अभिभावकों को बढ़ी हुई फीस के अलावा सभी तरह के चार्जेस जमा करवाने को कहा गया है।
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निजी स्कूलों की इस मनमानी को रोकने के लिए अभिभावकों ने भी मोर्चा खोल दिया है और जिला प्रशासन से निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने की अपील की है। छात्र अभिभावक मंच का कहना है कि निजी स्कूलों ने कोरोना महामारी के इस दौर में अचानक फीस वृद्धि (Fee increase) करके अभिभावकों पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया है। यही नही इस साल भी अभी तक स्कूलों में एक भी क्लास (Class) नही लग पाई है, बावजूद इसके निजी स्कूल अभिभावकों से बढ़ी हुई फीस जमा करवाने के साथ ही सभी तरह के चार्जेज भी जमा करवाने के लिए दबाव बना रहे है। इसके खिलाफ निजी स्कूलों की मनमानी को रोकने के लिए छात्र अभिभावक संघ (Student Guardian Forum ) का एक प्रतिनिधिमंडल एडीसी शिमला अपूर्व देवगन से मिला और ज्ञापन सौंप राहत देने की मांग की।
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