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लेह-मनाली मार्ग पर दारचा से आगे नहीं जाएंगे वाहन , बारलाचा दर्रा भी बंद
उदयपुर। सामरिक महत्व के मनाली- लेह मार्ग ( Manali-Leh Road) बर्फबारी के चलते सभी प्रकार के वाहनों के लिए दारचा से आगे अवरुद्ध है। बीआरओ( BRO) के अनुसार बारलाचा दर्रा ( Baralacha Pass)अगले 72 घंटे के लिए बंद रहेगा। किसी भी वाहन को दारचा से आगे जाने नहीं दिया जाएगा यानी तीन दिन तक सभी वाहन दरचा से आगे नहीं जा सकेंगे। हालांकि इस बार यह मार्ग अटल टनल रोहतांग ( Atal Tunnel Rohtang) के रास्ते सरचू तक सीमा सड़क संगठन ने दो महीने पहले यातायात के लिए खोल दिया था, लेकिन मार्ग बहाल होने के बाद दो बार बर्फबारी हुई और मार्ग फिर से यातायात के लिए बंद हो गया।
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सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक भले ही इस बार गत वर्ष के मुकाबले कम बर्फबारी हुई है, लेकिन अभी मौसम थोड़ी सा खराब होते ही बर्फबारी हो जाती है, उस पर तेज हवाओं के चलते सड़क पर बर्फ का ढेर लग जाता है।
मनाली- लेह मार्ग ( Manali-Leh Road) पर सड़क दारचा से आगे अवरुद्ध है। इस मार्ग के पुनः बंद हो जाने से लेह की ओर निकलने वाले भारतीय सेना के वाहनों सहित देश की सरहद तक इस रास्ते से रसद व सैन्य सामग्री की सप्लाई तीन रोज के लिए रुक गई है। वही अभी सैकड़ों मजदूर जो लेह जाने वाले थे, बर्फबारी के चलते लाहुल में ही फंसे हुए हैं। उनके लिए लाहुल प्रशासन सहित तोंद घाटी के लोग मदद कर रहे हैं। इस ओर मार्ग चकाचक होते ही एचआरटीसी की केलांग डिपो 15 अप्रैल से बस संचालन की तैयारी कर रहा है। वहीं इस ओर से मार्ग बहाल होने से भारतीय सेना को कारगिल सहित देश के सरहद तक तक पहुंचने में आसानी होगी। 38 सीआरपीएफ के कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि दारचा से आगे सड़क मार्ग अवरुद्ध है। तीन रोज मौसम साफ रहने पर सड़क को आवाजाही के लिए चकाचक कर दिया जाऐगा।
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लाहुल में सीमा सड़क संगठन ने दिया स्वच्छता का संदेश
अपने कार्यभार संभालने के पहले सीज़न में 94 आरसीसी के ओसी ने सड़क सुधार के साथ- साथ स्वच्छता की एक नई पहल भी शुरू की है। घाटी आने वाले पर्यटकों को यहां की सुंदर एवं स्वच्छ वादियां बेहतर ही दिखे इसके लिए सीमा सड़क संगठन ने अपने अधीन सड़क के किनारे लोगों द्वारा फेंके कचरे की साफ- सफाई कर लोगों को स्वच्छता का एक संदेश भी दिया है । संगठन ने लोगों से अपील भी की है कि जहां तहां गंदगी न फैलाएं, पिछले दो तीन रोज़ से बीआरओ के मजदूर तांदी – उदयपुर सड़क के किनारे कूड़ा कचरे को एकत्रित कर उसे ठिकाने लगाने के साथ ही जला रहे हैं। बीआरओ के इस कार्य को घाटी के लोगों ने खूब सराहा है। बीआरओ में 26 वर्ष से कामगार व वर्तमान में मेट का कार्यभार देख रहे किशन बहादुर ने बताया कि तांदी- उदयपुर सड़क के आसपास जहां भी गंदगी दिखे उसे साफ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लोट नाला, शांशा पुल और जाहलमा पुल के पास नाले में भारी गंदगी के ढेर पड़े हुए थे जिसे साफ किया गया है!