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Himachal Budget 2021 : कृषि-बागवानी के लिए जयराम के बजट में क्या कुछ दिया गया
Update: Saturday, March 6, 2021 @ 9:55 PM
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शिमला। सीएम जयराम ठाकुर(CM Jairam Thakur) ने आज विधानसभामें 2021-22 के लिए बजट (Himachal Budget 2021) पेश किया। यह बजट 50,192 करोड़ रुपये से अधिक है, जबकि पिछले साल सीएम जयराम ठाकुर ने 49,131 करोड़ रुपए का बजट पेश किया था। इस खबर में हम आपको बताएंगे कि सीएम जयराम ठाकुर के पिटारे में से कृषि-बागबानी (Agriculture and Horticulture) के लिए क्या कुछ दिया गया है। सीएम जयराम ठाकुर ने अपने बजट भाषण ( Budget Announcements) में एक शे’र’ भी पढ़ा। शे’र’ था,स किसान का बेटा हूं, खेती करना मेरा कर्म है, अपने साथ दूसरों का पेट भरना मेरा धर्म है। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना के बावजूद प्रदेश के मेहनतकश किसानों ने अर्थव्यवस्था को बल दिया।
हिमाचल के पांच जिलों में जापान की सहायता से चलाई जा रही JICA परियोजना के पहले चरण की सफलता को देखते हुए इसके दूसरे चरण को सभी बारह जिलों में चलाया जाएगा। 1,055 करोड़ रुपS की इस परियोजना को 2021-22 से शुरू किया जाएगा।
प्राकृतिक खेती-खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत ‘सुभाष पालेकर प्राकृतिक कृषि’ की पद्धति को एक लाख पांच हजार दो सौ अठारह किसानों ने अपनाया है। आगामी वर्ष में 50 हज़ार नए किसान परिवारों को इस योजना से जोड़ा जाएगा
प्राकृतिक उत्पादों को बाजार में अलग पहचान मिले, इसके लिए इस पद्धति से जुड़े किसानों का पंजीकरण और प्रमाणीकरण किया जाएगा और उनके उत्पादों की ब्रांडिंग भी की जाएगी। इस योजना के कार्यान्वयन के लिए 2021-22 में 20 करोड़ रुपए रखे गए हैं।
परंपरागत बीजों के संरक्षण और संवर्धन के लिए नई स्वर्ण जयंती परंपरागत बीज संरक्षण एवं संवर्धन योजना (SJBSY) शुरू की जाएगी।
कृषि तथा बागबानी विश्वविद्यालयों में अनसुंधान को प्रोत्साहित करने के लिए दोनों विश्वविद्यालयों के लिए 5 करोड़ रुपए का अनुसंधान कोष स्थापित किया जाएगा।
हिमाचल में 63 मंडियां सुचारु रूप से कार्य कर रही हैं। प्रदेश में तीन नई मंडियों – मेंहदली, शिलारु और बन्दरोल के निर्माण तथा 20 वर्तमान मंडियों के विस्तार अथवा आधुनिकीकरण कार्य को पूरा किया जाएगा। इसके लिए 200 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे। फूलों के व्यापार को एचपीएमसी में शामिल किया जाएगा।
हिमकैड योजना में 2021-22 में 83 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे जो पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना है।