-
Advertisement
सुखराम बोले- मेरा पोता भी है दावेदार, हाईकमान के सामने रखूंगा अपनी बात
Last Updated on September 17, 2021 by Deepak
मंडी। हिमाचल (Himachal) में कांग्रेस की आपसी कलह एक बार फिर सामने आ गई है। मंडी लोकसभा सीट को लेकर अब कांग्रेस की कलई खुलती नजर आ रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर (Himachal Congress President Kuldeep Singh Rathour) ने जैसे ही प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh) को मंडी सीट से सर्वमान्य प्रत्याशी घोषित किया। वैसे ही कांग्रेस के भीतर की रार बाहर आ गई। दिल्ली में इलाज करा रहे दिग्गज कांग्रेसी नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम नाराज हो गए और नाराजगी का फरमान दिल्ली से हिमाचल के लिए जारी कर दिया।
यह भी पढ़ें:मुकेश अग्निहोत्री ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के सामने रखी ये मांग
कुलदीप राठौर को दी नसीहत
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम की तरफ से जारी किए गए प्रेस बयान में उन्होंने कुलदीप सिंह राठौर को नसीहत दी। साथ ही दिल्ली में पार्टी हाईकमान से मुलाकात करके अपनी बात रखने की बात भी कही। प्रेस बयान में पंडित सुखराम ने कहा, ‘कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलदीप राठौर यह बयान दे रहे हैं कि मंडी संसदीय सीट पर होने वाले उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी की तरफ से प्रतिभा सिंह के नाम को तय कर दिया गया है। मैं आपके माध्यम से कुलदीप राठौर के ध्यान में यह बात लाना चाहता हूं कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पास टिकट बांटने का कोई अधिकार नहीं है। टिकट किसे देना है और किसे नहीं यह पार्टी हाईकमान का अंदरूनी फैसला होता है। टिकट पार्टी हाईकमान के निर्णय पर दिया जाता है ना कि मीडिया में बयान देकर। इस प्रकार के बयान देकर कुलदीप राठौर दूसरे दावेदारों को पूरी तरह से नजरअंदाज करने में लगे हुए हैं जोकि उचित नहीं हैं। मेरा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर को सुझाव है कि ये पार्टी की अंदरूनी बातें हैं और इनपर पार्टी के अंदर ही चर्चा होनी चाहिए। उन्हें सार्वजनिक रूप से ऐसे बयान देने और बातें करने से बचना चाहिए।’
यह भी पढ़ें:पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर पकोड़े तलेगी कांग्रेस
आश्रय शर्मा टिकट का असल दावेदार
पंडित सुखरारम ने कहा कि उनका पोता आश्रय शर्मा 2019 के लोकसभा चुनावों में मंडी संसदीय सीट से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इस लिहाज से उपचुनावों में उसकी सबसे प्रबल दावेदारी बनती है। उन्होंने कहा कि अभी मैं दिल्ली में ही हूं, और जल्द ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित अन्य प्रमुख नेताओं से मुलाकात करके उनके समक्ष अपनी बात रखूंगा।
चुनाव में हार जीत चलता रहता है
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आश्रय शर्मा एक युवा और जुझारू नेता हैं। हार-जीत चली रहती है। अगर पिछले चुनावों में उसे हार का सामना करना पड़ा है तो इसका मतलब यह नहीं कि भविष्य में उसे फिर कभी पार्टी की तरफ से टिकट ही नहीं मिलेगा। मंडी संसदीय क्षेत्र का मुझे भी कई बार प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है। यहां के लोग कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के साथ जुड़े हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों में लोगों को जो झूठे सब्जबाग दिखाए गए थे। उसका लोगों को अब सही ढंग से पता चल गया है। ऐसे में अब यहां से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित है।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group