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शिमला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने पंचायती राज संस्थाओं में जीते हुए अपने उम्मीदवारों (candidates)को किडनैप करने के आरोप लगाया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर( Kuldeep Singh Rathore) ने कहा है कि शिमला के मशोबरा ब्लॉक से कांग्रेस समर्थित बीडीसी सदस्य दीपराम चुनाव लड़े और जीते। उसके बाद कांग्रेस ( Congress) समर्थित सदस्य को बीजेपी नेताओं ने एक सप्ताह से ज्यादा समय जबरन बंधक बनाए रखा। इस दौरान उनका फोन भी छीन लिया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के इशारों पर बीजेपी के पदाधिकारी, विधायक और मंत्री तक ऐसे कारनामों को अंजाम दे रहे हैं।
राठौर ने कहा कि वैसे तो पुलिस महानिदेशक को इस खबर का स्वतः संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज करनी चाहिए थी पर अभी तक ऐसा नही हुआ। उन्होंने कहा कि एक चुने हुए प्रतिनिधि को इस प्रकार बंधक बनाना पूरी तरह गैर कानूनी था। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश में दो तरह का कानून चल रहें है। एक कानून बीजेपी के लिए है तो दूसरा कांग्रेस और आम लोगों के लिए। कांग्रेस नेताओं पर तो धड़ाधड़ पुलिस मामले बनाए जा रही है, जबकि बीजेपी पर कोई भी मामला नही बनता।
राठौर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राजनीतिक खरीद- फरोख्त के इस घटिया हथकंडे की राज्यपाल से शिकायत की जाएगी और अगर ज़रूरी हुआ तो कांग्रेस कोर्ट में भी जाएगी। साथ ही उन्होंने आगामी नगर निकाय चुनावों को पार्टी चुनाव चिन्ह पर करवाए जाने की मांग भी उठाई । प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस के जीते हुए बीडीसी सदस्य के आरोपों और शिकायतों के आधार पर पुलिस को स्वतः संज्ञान लेना चाहिए, हालांकि कांग्रेस इस संबंध में शिकायत भी दर्ज करवाएगी।
उन्होंने कहा कि बीजेपी चोर दरवाजे से जनादेश को बदलने का प्रयास कर रही है। राठौर ने कहा कि पूरे प्रदेश में कांग्रेस समर्थित जीते हुए लोगों को डरा धमकाकर प्रलोभन देकर उन्हें अपने पक्ष में करने के पूरे प्रयास किये जा रहें है। बीजेपी सत्ता का दुरुपयोग कर अधिकारियों द्वारा दवाब बना रही है। सीएम का कार्यालय समेत मंत्रियों के कार्यालय इन चुनाव परिणामों को प्रभावित करने के पूरे तानेबाने में जुटे है। उन्होंने कांग्रेस के लोगों को ऐसे सभी अधिकारियों की सूची बना कर उन्हें भेजने को कहा है, जो इस अनैतिक कार्यों में बीजेपी के साथ मिल कर जनादेश को प्रभावित करने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। राठौर ने कहा है कि प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जहां जनादेश को चुराने के लिए इतने निम्न स्तर पर कोई सरकार गई हो। राठौर ने प्रदेश सरकार को चेताया है कि वह अपनी इन ओछी हरकतों से बाज आए और लोकतंत्र का अपमान करने की कोशिश ना करें।
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