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बीजेपी की फूट किसी से छिपी नहीं,कांग्रेस को भी करनी होगी मशक्कत
Last Updated on October 13, 2022 by Vishal Rana
हिमाचल प्रदेश के होने वाले विधानसभा चुनाव (Himachal Vidhan Sabha Election 2022) में जिला कांगडा की फतेहपुर सीट पर कांग्रेस का लगातार कब्जा चल रहा है। कांग्रेस के सुजान सिंह पठानिया ने वर्ष 2012 के चुनाव में जीत की हैट्रिक लगाई। यही नहीं उन्होंने सात चुनाव जीते। लेकिन 2012 की पारी वह पूरी नहीं कर सके और उनका निधन हो गया। इस सीट पर उपचुनाव हुआ तो कांग्रेस ने उन्हीं के बेटे भवानी सिंह पठानिया को प्रत्याशी बनाया। भवानी सिंह चुनाव जीत गए। सीट कांग्रेस के कब्जे में ही रही। अबकी मर्तबा विधानसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) किसी भी तरह इस सीट को हथियाना चाहती है।
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पठानिया परिवार की कर्मभूमि रही इस सीट पर इस बार आम आदमी पार्टी प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतारे राजन सुशांत (Dr. Rajan Sushant) चर्चा में है। हालांकि, इस सीट पर बीजेपी अभी तक अपना प्रत्याशी तय नहीं कर पाई है। लेकिन इस क्षेत्र में बीजेपी की फूट किसी से छिपी नहीं है। बीजेपी के बलदेव ठाकुर और कृपाल परमार के बीच टिकट को लेकर इस बार भी कशमकश चल रही है। क्षेत्र में इन दिनों चुनाव क्षेत्र पूरा जोर पकड़ रहा है। खासकर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) प्रत्याशी राजन सुशांत लगातार बैठकें कर रहे हैं और लोगों को अरविंद केजरीवाल के दिल्ली मॉडल की बारिकियां समझा रहे हैं। सुशांत भले ही इस बार नए दल के बैनर तले चुनाव लड रहे हों, लेकिन स्थानीय लोगों के लिए वह नए नहीं हैं। सुशांत यहां से विधायक और मंत्री रह चुके हैं। वह लोकसभा सांसद भी रहे हैं।
उपचुनाव में भवानी सिंह पठानिया (Bhawani Singh Pathania) को अपने पिता के निधन की सहानुभूति मिली और वह चुनाव जीत गए। उस दौरान भवानी सिंह ने बीजेपी प्रत्याशी बलदेव ठाकुर को पांच हजार से ज्यादा मतों से हराया था। उस दौरान भी बीजेपी को राजन सुशांत ने ही नुकसान पहुंचाया था। चूंकि, राजन सुशांत 12 हजार से अधिक वोट हासिल करने में कामयाब रहे, यही वोट बीजेपी प्रत्याशी की हार के कारण बने। बीजेपी के वोट बैंक में मत विभाजन का लाभ कांग्रेस को मिला। कई बूथों पर बीजेपी प्रत्याशी को सबसे कम वोट मिले थे।
वर्ष 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में तब कांग्रेस (Congress) के सुजान सिंह पठानिया ने इस सीट से जीत की हैट्रिक लगाई थी। वर्ष 2007 के परिसीमन से पहले इस सीट को ज्वाली के नाम से जाना जाता था। फतेहपुर (Fatehpur) में सुजान सिंह पठानिया (Sujan Singh Pathania) की विरासत को बचा पाना कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ी चुनौती है। बीजेपी यहां के कद्दावर नेताओं को साधकर चुनाव जीतने की कोशिश करेगी। लेकिन पिछले चुनावों की तरह इस बार भी राजन सुशांत बीजेपी के वोट बैंक में नुकसान करते हैं या नहीं यह देखने वाली बात होगी। इस सीट पर कुल वोटरों की संख्या करीब 86,388 है। इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 43,642 और महिला मतदाताओं की संख्या 42,746 है।