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शिमला/ बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला के कोठीपुरा में बन रहे एम्स (AIIMS) के निर्माण कार्य की गुणवत्ता के साथ कोई भी समझौता नहीं किया जाना चाहिए। इस संस्थान में हिमाचल प्रदेश के लोगों को विशेषज्ञ स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यह बात बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (Jagat Prakash Nadda) ने एम्स के निर्माण कार्य संबंधी समीक्षा बैठक में कही। नड्डा और सीएम जय राम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने शनिवार को बिलासपुर जिला के कोठीपुरा में एम्स के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और समीक्षा की। इस समीक्षा बैठक में पीजीआईएमइआर चंडीगढ़ के निदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों तथा निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान जगत प्रकाश नड्डा ने सन्तोष व्यक्त किया कि कोविड-19 (Covid-19) संकट के बावजूद एम्स का निर्माण कार्य सुचारू रूप से चल रहा है और दिसंबर, 2021 तक इसका कार्य पूर्ण होने की संभावना है। उन्होंने संस्थान में इस वर्ष के दिसंबर माह तक एमबीबीएस (MBBS) की कक्षाएं आरंभ करने के लिए प्रयास करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह गर्व का विषय है कि इस स्वास्थ्य संस्थान के लिए हिमाचल प्रदेश के 18 चिकित्सकों का चयन हुआ है।
सीएम जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार एम्स से संबंधित सभी मुद्दों का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है और जलापूर्ति तथा विद्युत से संबंधित आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए त्वरित सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस संस्थान के बिजली के बिल (Electricity bill) पर छूट प्रदान करने के मामले पर विचार करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार (State Govt) ने विद्युत आपूर्ति व्यवस्था के लिए 73 करोड़ रुपये और जलापूर्ति व्यवस्था के लिए 65 करोड़ रुपये जारी किए हैं। जय राम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश के लिए एम्स स्वीकृत करने और इसके निर्माण के लिए बजट का पर्याप्त प्रावधान करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने में यह संस्थान मील पत्थर साबित होगा। जगत प्रकाश नड्डा और जय राम ठाकुर ने एम्स के निर्माणाधीन विभिन्न खंडों का निरीक्षण किया और निर्माण कार्य से संबंधित जरूरी दिशा.निर्देश दिए।
पीजीआईएमइआर चंडीगढ़ (PGIMER) के निदेशक डॉ. जगत राम ने प्रस्तुतिकरण के दौरान कहा कि इस संस्थान में एमबीबीएस की 100 सीटें होंगी और कक्षाएं इस वर्ष दिसंबर में आरंभ की जाएंगी। इसके पश्चात जनवरी, 2021 में ओपीडी आरंभ करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि एम्स बिलासपुर (Bilaspur) में 750 बिस्तर की सुविधा तथा इसमें 183 संकाय सदस्य और 600 नर्सें होगी। उन्होंने कहा कि इस संस्थान में एक अस्थाई विद्युत उप-केन्द्र स्थापित किया गया है। इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर, उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. राजीव सैजल, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राजिन्द्र गर्ग और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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