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Cyber Fraud पर नकेल कसने को बनेगी नेशनल साइबर सिक्योरिटी एजेंसी
Last Updated on April 18, 2024 by Himachal Abhi Abhi
National Cyber Security Agency: नेशनल डेस्क। आजकल इंटरनेट (Internet) का जमाना है और साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) एक बड़ा सिरदर्द बना हुआ है। डिजिटल दुनिया में निजी जानकारियां छिपा पाना बेहद मुश्किलभरा हो गया है। साइबर अपराधी बड़ी चालाकी से लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। हर साल लाखों लोग साइबर हमले (Cyber Attack) का शिकार बनते हैं और अपनी मेहनत से कमाई जमा पूंजी को गंवा बैठते हैं। लेकिन, अब केंद्र सरकार ने बढ़ते साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। साइबर फ्रॉड से निपटने के लिए केंद्र सरकार और निजी टेलीकॉम कंपनियां मिलकर काम करेंगी। कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन और नेशनल साइबर सिक्योरिटी एजेंसी (National Cyber Security Agency) बनाने की पूरी तैयारी कर ली है, जो कि ऑनलाइन फ्रॉड पर नकेल कसने का काम करेंगी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने इकोनॉमिक टाइम्स को जानकारी देते हुए बताया कि ‘CNAP और NCSA को अमली जामा पहनाने में प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियां केंद्र सरकार का पूरा सहयोग करेंगी। यह दोनों काम नई सरकार (New Government) बनने के 100 दिन के अंदर ही हो जाएंगे। साइबर सिक्योरिटी एजेंसी सभी तरह के डिजिटल फ्रॉड को रोकने के लिए काम करेगी। यह साइबर हमलों और फ्रॉड को रोकने के लिए कई तरह की चीजें विकसित करेगी। इसका मुख्य उद्देश्य टेक्नोलॉजी की मदद से छोटे बिजनेस और आम आदमी को बचाना होगा। कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन को लागू करने में टेलीकॉम कंपनियों की अहम भूमिका रहेगी। इस सिस्टम में कॉल करने वाले की पहचान बहुत आसानी से हो जाएगी। यहां कॉल करने वाले की पहचान उस नेटवर्क द्वारा की जाएगी, जहां से कॉल आई है।’