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Himachal में कोरोना दहशत, अंगूठा लगाने के डर से उपभोक्ताओं ने छोड़ा डिपुओं का सस्ता राशन
मंडी। हिमाचल में बढ़ रहे कोरोना (Corona) की दहशत सरकारी डिपुओं (Government depots) में भी दिखने लगा है। उपभोक्ताओं ने अंगूठा लगाने के डर से राशन लेना ही बंद कर दिया है। जिसके चलते डिपो संचालकों ने प्रदेश की जयराम सरकार से कोरोना काल में अंगूठा लगाकर राशन देने की प्रणाली को बंद करने की गुहार लगाई है। डिपो संचालकों का कहना है कि इस डर से उपभोक्ता राशन लेने नहीं आ रहे और डिपो संचालकों (Depot operators) के पास स्टाक इकट्ठा होता जा रहा है। डिपो संचालकों ने यह मांग मंगलवार को मंडी में सीएम जयराम ठाकुर से मिलकर उठाई और उन्हें इस बावत ज्ञापन भी सौंपा।
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पीडीएस डिपो संचालन समिति शहरी इकाई मंडी का यह प्रतिनिधिमंडल पार्षद एवं महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष सुमन ठाकुर के नेतृत्व में सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) से मंडी में मिला। समिति के प्रदेश प्रवक्ता संजीव डिसिल्वा ने बताया कि उपभोक्ता बायोमेट्रिक मशीन (Biometric Machine) पर अंगूठा लगाने से कतरा रहे हैं और ऐसे में इस प्रणाली को बंद किया जाना चाहिए। वहीं, इन्होंने डिपो संचालकों को भी कोरोना योद्धा का दर्जा देने की मांग उठाई है। इसके साथ ही इन्होंने दुकानों का किराया सरकार द्वारा दिए जाने या फिर खाली पड़ी सरकारी जमीन पर अस्थाई शैड बनाकर देने की गुहार भी लगाई है। वारदाना के बैग के पैसे ना काटे जाएं, राजस्थान की तर्ज पर डिपो संचालकों का बीमा करने, कमीशन में बढ़ोतरी करने और मृत्यु उपरांत परिवार के आश्रितों की नियुक्ति करने की मांग भी इन्होंने उठाई है। इनका कहना है कि कोरोना काल में डिपो संचालकों ने लोगों को घर तक राशन पहुंचाया, लेकिन इन्हें सैनिटाइज्र और मास्क तक नहीं दिए गए। कार्यों की प्रशंसा तक नहीं की गई। जबकि डिपो संचालक सरकार और विभाग के हर आदेश का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं।