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HRTC बस में ज्यादा सवारियां बैठने से रोका तो मारपीट पर उतरे लोग, एफआईआर दर्ज
शिमला। हिमाचल के ग्रामीण क्षेत्रों में एचआरटीसी के लिए बसों में 50 फीसदी ऑक्यूपेंसी के आदेशों का पालन करना मुशिकल हो रहा है। मामला शिमला (Shimla) जिला के चौपाल उपमंडल के तहत नेरवा (Nerwa) में सामने आया है। यहां एचआरटीसी कंडक्टर (HRTC Conductor) ने जब 50 फीसदी सीटों पर सवारियों को बैठने के लिए कहा तो लोग भड़क गए और कंडक्टर से गाली गालौज के साथ मारपीट पर उतारू हो गए। स्थिति को बिगड़ता देख कंडक्टर ने मौके से भाग कर अपनी जान बचाई। जिसके बाद कंडक्टर ने इसकी शिकाय पुलिस में की। वहीं पुलिस ने सरकारी कर्मी के काम में बाधा पहुंचाने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली है और आगामी जांच शुरू कर दी है।
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मिली जानकारी के अनुसार नेरवा से दईया जाने वाली बस शाम करीब 5 बजे नेरवा चौक पर पहुंची। इस दौरान वहां पर सवारियां अधिक थीं और सभी बस में चढ़ गईं। अधिक सवारियों से बस पूरी तरह से पैक हो गई। इस पर कंडक्टर विकेश कुमार ने सरकार के आदेशानुसार 50 फीसदी सीटों पर ही लोगों को बैठने के लिए कहा। लेकिन लोग कंडक्टर की इस बात पर भड़क गए और गाली गलौच करने लगे और धमकियां देने लगे। मारपीट (Beating) पर उतारू लोगों से बचने के लिए कंडक्टर को मौके से भागना पड़ा। एचआरटीसी तारादेवी डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक विनोद शर्मा ने बताया कि नेरवा में कंडक्टर के साथ लड़ाई झगड़े के बाद पुलिस में शिकायत (Complaint) दी गई है। 50 फीसदी ऑक्यूपेंसी के चलते अगर यात्रियों को दिक्कत पेश आ रही है तो अड्डा प्रभारी को अतिरिक्त बस चलाने के निर्देश दिए हैं। थाना प्रभारी नेरवा प्रदीप ठाकुर ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
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