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शिमला। हिमाचल के सबसे बड़े अस्पताल आइजीएमसी शिमला (IGMC Shimla) में जय हिंद बोलने को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद सुरक्षा कर्मी और प्रबंधन के बीच टकरार बढ़ती ही जा रही है। बुधवार को सुरक्षा कर्मियों (Security Personnel) ने अपनी कमर में पट्टी बांध कर विरोध प्रदर्शन (Protest) किया और उनका रोका हुआ वेतन जारी करने की मांग उठाई। इस दौरान आइजीएमसी सुरक्षा यूनियन के महासचिव प्रवीण शर्मा ने कहा है कि उन्हें वेतन को लेकर काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। जबकि हाईकोर्ट ने भी 7 तारीख तक वेतन देने का निर्देश दिया है, बाबजूद इसके उन्हें समय पर वेतन नही मिल पा रहा है। सुरक्षा यूनियन (Security Union) ने एक मांग पत्र आइजीएमसी के प्रिंसिपल डॉ सीता ठाकुर को सौंपा है। जिसमें आरोप लगाया है कि प्रशासन की लापरवाही उन पर भारी पड़ रही है। समय पर वेतन ना मिलने से उन्हें घर चलाना मुशिकल हो रहा है।
बता दें कि आईजीएमसी शिमला में जय हिंद (Jai Hind) बोलने पर विवाद हुआ था। सुरक्षा कर्मियों ने आरोप लगाया था कि अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. राहुल राव ने उन्हें जय हिंद बोलने से मना किया है। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उनका वेतन रोक दिया गया। सुरक्षाकर्मी यूनियन के महामंत्री प्रवीण शर्मा ने कहा कि मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. राहुल राव ने सभी सुरक्षाकर्मियों के जय हिंद कहने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण हैं। हालांकि आईजीएमसी के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. राहुल राव (IGMC Medical Superintendent Dr. Rahul Rao) ने इस तरह के आरोपों को सिरे से खारिज किया था।
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