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फीस वृद्धि मामलाः अभिभावक पहुंचे शिक्षा निदेशालय तो अधिकारियों ने बंद कर दिया गेट
शिमला। छात्र -अभिभावक मंच के बैनर तले दयानंद पब्लिक स्कूल व अन्य स्कूलों के अभिभावक शिक्षा निदेशालय ( Directorate of education) के बाहर एकत्रित हुए व स्कूल की टयूशन फीस में 55 फीसदी बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग के लोकर प्रदर्शन( Protest) किया। इस दौरान अभिभावक शिक्षा निदेशक से अपनी मांगों के संदर्भ में बातचीत करना चाह रहे थे परंतु अभिभावकों को देख कर शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों ने कार्यालय के दोनों गेट बंद कर दिए। इस पर अभिभावक उग्र हो गए व उन्होंने इस पर कड़ी आपत्ति ज़ाहिर की। वे निदेशक से बातचीत करने की मांग पर अड़े रहे। इसके बाद उच्चतर शिक्षा निदेशक कार्यालय के मुख्य गेट ( Main gate) पर अतिरिक्त शिक्षा निदेशक व अन्य अधिकारियों के साथ आए व मंच के पदाधिकारियों तथा अभिभावकों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने आश्वासन दिया कि निजी स्कूलों ( Private schools) पर मनमानी फीस वसूलने के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके पश्चात ही दो घंटे से चल रहा प्रदर्शन समाप्त हुआ।
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मंच के संयोजक विजेंद्र मेहरा,मंच के सदस्य भुवनेश्वर सिंह,कमलेश वर्मा,रमेश शर्मा,राजेश पराशर व अंजना मेहता ने कहा है कि सुबह साढ़े ग्यारह बजे अभिभावक शिक्षा निदेशालय परिसर के बाहर एकत्रित हुए व जोरदार नारेबाजी की। वे निदेशक से मुलाकात करने की मांग करते रहे परन्तु निदेशक कार्यालय के अधिकारियों ने दोनों गेट बंद कर दिए। इस से अभिभावक भड़क गए व प्रदर्शन करते रहे। जब निदेशक ने स्वयं मुख्य गेट पर आकर बातचीत करके दयानंद स्कूल व अन्य स्कूलों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया तब जाकर ही मंच ने प्रदर्शन समाप्त किया। उन्होंने शिक्षा निदेशक से मांग की है कि वह तुरन्त दयानंद पब्लिक स्कूल व अन्य सभी निजी स्कूलों के मामले में हस्तक्षेप करें व पांच दिसम्बर 2019 की शिक्षा निदेशालय की अधिसूचना को लागू करवाएं। उन्होंने चेताया है कि अगर यह फीस बढ़ोतरी वापस न ली गयी तो छात्र अभिभावक मंच शिक्षा निदेशालय पर अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करेगा व चौबीस घण्टे का महापड़ाव करने के लिए विवश होगा।