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First Hand : कृषि मंत्री Markanda को अपने ही इलाके में नहीं मिली Entry, क्वारंटाइन नियमों का हवाला देकर बैरंग लौटाया
Last Updated on June 9, 2020 by
कुल्लू। हिमाचल का जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति (Lahul-Spiti) इस समय प्रदेश का एकमात्र कोरोना मुक्त (Corona Free) जिला है। वहां के लोग कोरोना के नियमों को लेकर इतने सख्त हैं कि उन्होंने स्थानीय विधायक एवं जयराम सरकार में कृषि मंत्री रामलाल मार्कंडेय (Agriculture Minister Ramlal Markanda) को ही इलाके में एंट्री नहीं करने दी। स्पीति में नेशनल हाईवे-5 (National Highway-5) पर ग्रामीणों ने रामलाल मार्कंडेय के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। स्थानीय महिला मंडलों की सैकड़ों महिलाओं ने रास्ता रोककर मंत्री के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाजी की और उनको वापस जाने को मजबूर कर दिया।
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क्वारंटाइन नहीं होने पर गुस्साए लोग
महिलाओं का कहना है कि कोरोना काल में नियम सभी के लिए एक बराबर होने चाहिए। उन्होंने कहा कि स्पीति घाटी (Spiti Valley) के लोग बाहर से कहीं से भी आ रहे हैं उनको कारंटाइन किया जा रहा हैए यहां के लोग नियम का पूरा पालन कर रहे हैं, लेकिन कुछ नेता बाहर से लेबर को ला रहे हैं। सरकारी कर्मचारियों को भी कोई रोक-टोक नहीं है और मंत्री खुद भी बाहर से आ रहे हैं पर क्वारंटाइन (Quarantine) नहीं हो रहे हैं, ऐसे में सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए कोई नियम नहीं है, प्रदेश में सिर्फ एकमात्र लाहुल-स्पीति जिला कोरोना फ्री है, ऐसे में सरकार सभी की जांच करवाने के बाद लाहुल-स्पीति भेजे चाहे वो मंत्री, संतरी या सरकारी, अधिकारी कर्मचारी हों।