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चीन में कोरोना का कहरः नहीं सुधर रही चीनी सरकार, हटा दिए क्वारंटाइन नियम
Last Updated on December 27, 2022 by sintu kumar
कोरोना संक्रमण से चीन की स्थिति खराब है। हर तरफ तबाही का मंजर साफ नजर आ रहा है।अस्पतालों में भारी भीड़ है। कई शहरों में बढ़ते कोरोना के मामलों की वजह से दवाओं की भारी किल्लत हो गई है। बड़ी संख्या में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ भी संक्रमित हैं। श्मशान घाटों पर लाइन लगी है। इन सबके बीच चीन ना सिर्फ कोरोना से जुड़े आंकड़े छुपा रहा है, बल्कि ये भी दिखाने की कोशिश कर रहा है कि वहां सब कुछ ठीक है।अब इसे दिखाने के लिए चीन ने नियमों में कई ऐसे बड़े बदलाव किए हैं, जो चौकाने वाले हैं। भारी विरोध के चलते चीन ने नवंबर में विवादास्पद जीरो कोविड नीति वापस ले ली थी। इसके बाद से चीन में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इन सबके बीच चीन ने विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए क्वारंटाइन के नियमों में बदलाव किया है। आठ जनवरी से यहां आने वाले यात्रियों को क्वारंटाइन नहीं किया जाएगा। फिलहाल चीन के बाहर से आने वाले यात्रियों को 5 दिन होटलों में जबकि तीन दिन सेल्फ आइसोलेशन में रखा गया।
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चीन में 2020 से विदेशी यात्रियों को क्वारंटाइन करने का नियम था। लेकिन अब इसे बदल दिया गया है। आठ जनवरी से किसी भी यात्री को क्वारंटाइन नहीं किया जाएगा। हालांकि चीन आने से पहले यात्रियों को कोरोना टेस्ट कराना होगा। लेकिन जांच रिपोर्ट चीनी दूतावास को नहीं देनी होगी। बल्कि फ्लाइट में चढ़ने से पहले सिर्फ टेस्ट रिपोर्ट दिखानी होगी। चीनी प्रशासन ने कोरोना से निपटने के लिए नई रणनीति बनाई है।अब चीन ने कोरोना को क्लास बी बीमारी की श्रेणी में डाल दिया है। डेंगू बुखार जैसी कम गंभीर बीमारियों को इसी श्रेणी में रखा जाता है। इतना ही नहीं चीन में अब कोरोना को निमोनिया नहीं बल्कि संक्रमण कहा जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि बीमारी के मौजूदा खतरे के स्तर को देखते हुए यह बदलाव किया गया है।
2020 से कोरोना क्लास ए कैटेगरी में था। फिर कोरोना केस मिलने के बाद कड़ी पाबंदियां लगाई गईं। संक्रमित लोगों को क्वारंटाइन किया गया था। संबंधित लोगों की जांच की गई। मामला बढ़ा तो लॉकडाउन लगा दिया। लेकिन अब बी कैटेगरी के तहत ऐसा नहीं होगा। यानी अब सिर्फ जरूरी इलाज और संक्रमण से बचाव पर ही फोकस रहेगा। अभी तक चीन में अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए फाइव वन पॉलिसी लागू थी। इसके मुताबिक हर विदेशी एयरलाइन चीन में केवल एक हवाई मार्ग अपनाएगी और सप्ताह में एक उड़ान का संचालन करेगी। इसमें भी यात्रियों की संख्या पर नियंत्रण रखा गया। लेकिन अब चीन ने इस नीति को भी खत्म करने का ऐलान कर दिया है। हालांकि फ्लाइट में यात्रियों को अभी भी मास्क समेत अन्य कोरोना नियमों का पालन करना होगा।
इतना ही नहीं विदेश से लौटने वाले विदेशी यात्रियों के लिए चीन में काम, कारोबार, पढ़ाई या परिवार में वापसी के लिए व्यवस्था में और सुधार किया जाएगा और उन्हें दोबारा वीजा दिया जाएगा। इसके अलावा चीन सड़क और जलमार्गों पर से प्रतिबंध हटाएगा और यात्रियों की आवाजाही धीरे-धीरे फिर से शुरू हो जाएगी। इससे पहले रविवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा था कि वह अब कोविड के आंकड़े जारी नहीं करेगा। आयोग की ओर से कहा गया है कि अब कोरोना से जुड़े आंकड़े चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन द्वारा जारी किए जाएंगे हालांकि, यह नहीं बताया गया है कि सीडीसी कितनी बार डेटा जारी करेगा। सीडीसी चीन में कम संक्रमण का प्रबंधन करता है।