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अपनों की मदद को हॉगकॉग से बिलासपुर भेजीं 24 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनें
Last Updated on May 16, 2021 by Sintu Kumar
बिलासपुर। व्यक्ति चाहे जहां मर्जी रहे पर उसे अपनी मातृभूमि से प्रेम रहता ही है। कोरोना (Corona) के इस काल में जहां अपने भी मुंह फेर रहे हैं तो ऐसे में सात समुंदर पार बैठा बिलासपुर (Bilaspur) का एक युवक ऐसा भी है, जिसे अपने रिश्तेदारों, मित्रों की चिंता से ज्यादा पूरे बिलासपुर वासियों की चिंता है। हम बात कर रहे हैं, बिलासपुर नगर से कुछ दूरी पर स्थित राजपुरा गांव नोआ के मयंक वैद की, जो हॉगकॉग (Hogkog) में रहकर अपनों के लिए तड़पते हैं। पेशे से मल्टीनेशनल कंपनी के सीनियर एडवोकेट मयंक वैद ने कोरोना महामारी के दौरान पीड़ित मानवता की सेवा के लिए अपने जिला बिलासपुर के लिए 24 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे हैं। यह 24 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनें (Oxygen concentrator machines) अगले सप्ताह बिलासपुर पहुंच जाएंगी।
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मयंक ने कुछ मशीनें हॉगकॉग से खरीदी जबकि कुछ चीन व अन्य देशों से मंगवाई हैं। मयंक ने बताया कि इस मेडिकल सामग्री को हॉगकॉग से भारत के लिए भेज दिया है तथा कुछ ही दिनों में यह बिलासपुर पहुंच जाएंगी। बता दें कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर वह मशीन है, जोकि हवा में से ऑक्सीजन को अलग कर देती है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर हवा को अपने भीतर लेकर उसमें से अन्य गैसों को अलग कर शुद्ध ऑक्सीजन की सप्लाई करता है। इसे एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से ले जाया सकता है तथा इसका प्रयोग भी बहुत आसान है। मयंक का मानना है कि इस संकट के दौर में यदि वह अपने लोगों को कुछ राहत दे सकें या कुछ भी उनकी सेवा कर सकें तो उनके लिए यह बड़ी बात होगी। मयंक वैद स्वर्गीय अशोक वैद सेवानिवृत्त डीआईजी बीएसएफ तथा माता समाजसेवी नीरू वैध के छोटे बेटे हैं। इनके बड़े भाई अमेरिका विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। इनकी शादी हॉगकॉग में ही थैरेसा से हुई, इनके तीन बेटे हैं। मयंक वैद ने 463 किलोमीटर एंडुरोमन रेस जीतकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाले मयंक पहले भारतीय बने हैं। यहीं नहीं इसके अलावा इन्होंने तैराकी स्पर्धा में भी कई चैनल पार किए हैं। बहरहाल सात समंदर दूर बैठकर अपनों की चिंता करने वाले इस युवा की जितनी तारीफ की जाए कम है।
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मंयक वैद के भाई लक्ष्य वैद ने ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भारत आने की पुष्टि करते हुए बताया कि कुछ ही दिनों में यह मेडिकल सामान बिलासपुर पहुंच जाएगा तथा उसे जिला अस्पताल व कोविड-सेंटर (Covid-Center) जहां आवश्यकता होगी, भेज दिया
जाएगा।
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