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पेट्रोल-डीज़ल पर से केंद्रीय उत्पाद शुल्क में 8 व 6 रुपए की कमी महज ड्रामा
Last Updated on May 23, 2022 by Vishal Rana
शिमला/ धर्मशाला। प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन (Harsh Mahajan)व कोषाध्यक्ष डॉ राजेश शर्मा ने पेट्रोल व डीज़ल पर से केंद्रीय उत्पाद शुल्क (Central Excise Duty) में 8 व 6 रुपए की कमी को महज एक ड्रामा करार देते हुए कहा है कि सरकार एक तरह इसके मूल्यों में 10 से 20 रूपए की बढ़ोतरी करती है और जब किसी राज्य में चुनाव नजदीक आते है तो इसमें दो चार रूपए की मामूली कटौती कर लोगों को रिझाने का असफल प्रयास करने की पूरी कोशिश करती है।
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हर्ष महाजन व डॉ राजेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश में अप्रैल 2014 में यूपीए सरकार के समय 76 रूपए पेट्रोल व 54 रूपए डीज़ल (Petrol and Diesel) का मूल्य था,जबकि अप्रैल 2022 में पेट्रोल 106 रूपए व डीज़ल 89 रूपए की दर से बेचा गया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 22 मार्च 2022 से 4 अप्रैल के बीच इसके मूल्यों में क्रमश 10 रूपए पेट्राल में और 9 रूपए डीज़ल में बढ़ोतरी की। अब केंद्र सरकार ने पेट्रोल में 8.50 रूपए व डीज़ल में 6.40 रूपए की कमी कर कोई बड़ी राहत लोगों को नही दी है। हर्ष महाजन व डॉ. राजेश शर्मा (Dr. Rajesh Sharma)ने आरोप लगाया कि पहले सरकार अपना खजाना भरा और उसके बाद मामूली सी कटौती कर इसे जन कल्याण का नाम दिया जा रहा है, जो लोगों के साथ सरासर एक बड़ा धोखा है। कांग्रेसी नेताओं (Congress Leaders) ने एलपीजी गैस सिलेंडर के बढ़ते दामों पर भी चिंता जताते हुए कहा है कि मोदी सरकार एक हाथ दे रही है तो दूसरे हाथ लेने में जुटी है। उन्होंने कहा कि उज्जवला योजना के तहत एलपीजी गैस सिलेंडर में 200 रुपए की सब्सिडी मात्र इनके लाभार्थियों को लुभाने का एक असफल प्रयास है क्योंकि गरीब परिवारों ने अब गैस सिलेंडर का उपयोग करना ही बंद कर दिया है।