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शिमला। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ (Himachal Pradesh Teachers Federation) ने पंजाब की तर्ज पर 15 फीसदी बढ़ोतरी के साथ वेतनमान को प्रदेश में लागू करने की मांग की है। महासंघ के प्रतिनिधिमंडल ने सीएम और मुख्य सचिव से मुलाकात वेतन विसंगतियों को लेकर हिमाचल और पंजाब (Punjab) के वेतनमान की तुलनात्मक रिपोर्ट सौंप कर पूरे मामले से अवगत कराया। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (All India National Educational Federation) के राष्ट्रीय सचिव पवन मिश्रा और शिक्षक महासंघ के प्रांत महामंत्री डा. मामराज पुंडीर ने बताया कि सीएम (CM) ने प्रदेश के सभी कर्मचारियों की वेतन से संबंधित समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया है। शिक्षक महासंघ के प्रांत महामंत्री डॉ. मामराज पुंडीर (Dr. Mamraj Pundir) ने सीएम से मांग करते हुए कहा कि पंजाब की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश में भी 2.25, 2.59 और 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ वेतनमान (Pay Scale) को लागू किया जाए।
कर्मचारियों को आप्शन चुनने की एक महीने की अवधि को बढ़ाया जाए। पंजाब में लागू वेतनमान को हिमाचल में यथावत लागू किया जाए। प्रदेश में पहली जनवरी, 2016 में नियुक्त सभी वर्ग के अध्यापकों (Teachers) को पंजाब की तर्ज पर इनिशियल स्केल दिया जाए। सीएम को बताया कि हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों को भत्ते पंजाब के आधार पर नहीं दिए जाते हैं। इस कारण प्रदेश का कर्मचारी पिछड़ता जा रहा है। पुंडीर ने कहा कि प्रदेश में कम्प्यूटर और एसएमसी (SMC) अध्यापकों का वर्ग ऐसा भी है, जिनको पिछले 20 वर्ष और 10 वर्ष की सेवा के बाद भी करीब दस हजार वेतन ही दिया जा रहा है। महासंघ ने इन शिक्षकों के लिए नीति बना कर इन्हें नियमित अध्यापक के बराबर वेतन देने का प्रावधान करने की मांग भी रखी।
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