-
Advertisement
Himachal: इन डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ को मिलेगा Incentive, कितना- जाने
धर्मशाला। सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने कहा कि सरकार ने कोविड अस्पतालों (Covid Hospitals) में ड्यूटी दे रहे विभिन्न श्रेणियों के डॉक्टरों और पैरा-मेडिकल कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि प्रदान करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि 4वें और 5वें वर्ष एमबीबीएस (MBBS) छात्रों, अनुबंध डॉक्टरों और जूनियर/सीनियर रेंजिडेंट को प्रति माह तीन हजार प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। वहीं, जेएनएम (JNM) तृतीय वर्ष के छात्रों और अनुबंध लैब कर्मचारियों को 1500 रुपये प्रति महिना के हिसाब से प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। यह 30 जून 2021 तक दी जाएगी। यह जानकारी सीएम जयराम ठाकुर ने चंबा (Chamba) जिला से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कांगड़ा (Kangra) जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
यह भी पढ़ें: इन आउटसोर्स कर्मियों को 200 रुपये प्रतिदिन मिलेगी प्रोत्साहन राशि- आदेश जारी
उन्होंने जिला प्रशासन को मामलों में तेज वृद्धि के मद्देनजर कोविड -19 रोगियों की सुविधा के लिए जिले में अतिरिक्त बिस्तर की क्षमता (Bed Capacity) बढ़ाने का निर्देश दिया। सीएम ने कहा कि अगले 10 दिन के अंदर राधा स्वामी सत्संग भवन परौर में 250 बिस्तर की क्षमता प्रदान करने की अस्थायी व्यवस्था की जानी चाहिए, जिसे धीरे-धीरे बढ़ाकर लगभग 1000 बिस्तर कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से बीमार रोगियों को बेहतर उपचार प्रदान करने के लिए ऑक्सीजन की उचित और सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए और आईसीयू (ICU) बिस्तर की क्षमता बढ़ानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने राज्य के लिए छह पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र स्वीकृत किए हैं। यह प्लांट सिविल अस्पताल पालमपुर (Civil Hospital Palampur), जोनल अस्पताल मंडी, सिविल अस्पताल रोहड़ू और शिमला जिले के सिविल अस्पताल खनेरी, डॉ. वाईएस परमार राजकीय महाविद्यालय और अस्पताल नाहन (Dr. YS Parmar Government College and Hospital Nahan) और क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे इन स्वास्थ्य संस्थानों में लगभग 1,400 बिस्तरों को पर्याप्त ऑक्सीजन (Oxygen) की आपूर्ति सुनिश्चित होगी। जयराम ठाकुर ने कहा कि इलाज के बाद मरीजों को घर वापस ले जाने के लिए ड्रॉप बैक वाहनों की पर्याप्त व्यवस्था करने के अलावा अस्पतालों में मरीजों के परिवहन के लिए एक फुलप्रूफ तंत्र विकसित किया जाना चाहिए।
यह भी पढ़ें: Kangra: निजी अस्पतालों में कोविड रोगियों के लिए 50% बेड होंगे आरक्षित
जयराम ठाकुर ने कहा कि आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए निजी प्रयोगशालाओं को भी सूचीबद्ध किया जाना चाहिए, ताकि अधिक संख्या में कोविड के लिए जांच की जा सके और रोगियों को जल्द से जल्द जांच की रिपोर्ट उपलब्ध हो सके। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार पूरे राज्य और विशेषकर उन जिलों में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के हर संभव प्रयास कर रही है, जहां कोविड-19 के मामले अधिक हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा परौर में बिस्तरों की क्षमता को 1,000 तक बढ़ाया जाएगा। मंडी के राधा स्वामी सत्संग ब्यास परिसर में 200 बिस्तरों की क्षमता और आईजीएमसी शिमला के नए ओपीडी ब्लॉक में अतिरिक्त 300 बिस्तरों की क्षमता सृजित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा बद्दी-बरोटीवाला क्षेत्र में कोविड रोगियों के लिए अतिरिक्त 500 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए उपयुक्त स्थान चयनित कर लिया गया है।
यह भी पढ़ें: हिमाचल में कोविड-19 प्रबंधन की निगरानी करेगी ये चार कमेटियां
इसके उपरांत सीएम ने कांगड़ा जिला में परौर स्थित राधास्वामी सत्संग ब्यास का दौरा किया और अस्थाई कोविड अस्पताल के शीघ्र निर्माण के निर्देश दिए। डीसी उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि अब तक जिले में कोविड के 3,59,489 सैंपल की जांच की जा चुकी है, जिनमें से 19,570 पॉजिटिव पाए गए है। वर्तमान में जिले में 5,384 सक्रिय मामले हैं और जिले की पॉजिटिविटी दर 5.44 प्रतिशत जबकि रिकवरी दर 70.34 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि जिला में टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है और अभी तक अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं, कोरोना योद्धाओं और 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को वैक्सीन की 3,82,851 खुराकें दी जा चुकी हैं।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group