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धर्मशाला। हिमाचल में नई शिक्षा नीति (New Education Policy) के तहत दसवीं व जमा दो कक्षाओं की एक साल में दो बार बोर्ड परीक्षाएं (Board Exam) होंगी। विद्यार्थी दूसरी बार अपनी डिविजन में सुधार कर सकेंगे। इससे विद्यार्थियों पर शिक्षा और बोर्ड परीक्षाओं को लेकर होने वाले तनाव से भी राहत मिलेगी। यह बात आज शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर (Education Minister Govind Singh Thakur) ने प्रदेश में नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए आयोजित बैठक में कही। बुधवार को शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर की अध्यक्षता में प्रदेश में नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें शिक्षा सचिव, स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी, शिक्षा विभाग के निदेशक तथा अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर गोविंद ठाकुर ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए हर प्रकार के बदलाव का प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट में रखा जाएगा। हिमाचल सरकार (Himachal Govt) ने केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति को गत वर्ष अगस्त में ही लागू करने का निर्णय लिया था। नई शिक्षा नीति के तहत दसवीं व जमा दो कक्षा में दो बार बोर्ड की परीक्षा होंगी। जेईई की तर्ज पर विद्यार्थी दूसरी बार अपनी डीविजन में सुधार कर सकेंगे। इससे विद्यार्थियों (Students) पर शिक्षा को लेकर तनाव खत्म होगा। अन्य कक्षाओं में तीसरी, पांचवीं और आठवीं के ही पेपर होंगे। ये पेपर स्कूल शिक्षा बोर्ड, एसएसए या फिर शिक्षा विभाग अपने स्तर पर करवा सकता है। नौंवीं से जमा दो कक्षा तक एक ही बनेगा तथा इसके अतिरिक्त बैठक में शिक्षा नीति के महत्वपूर्ण पहलूओं पर भी विचार-विर्मश किया गया।
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