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रविन्द्र चौधरी/कोटला। हिमाचल (Himachal) के जिला कांगड़ा (Kangra) में पुलिस वालों पर ही एक पुलिस कांस्टेबल (Police Constable) को पीटने के आरोप लगे हैं। पुलिस कांस्टेबल अभी पठानकोट के एक निजी अस्पताल (Private Hospital) में भर्ती है। कांस्टेबल की माता और बहन ने कोटला पुलिस चौकी के कर्मियों पर पिटाई के आरोप लगाए हैं। वहीं, पुलिस कांस्टेबल के परिजनों सहित अन्य लोगों ने आज कोटला पुलिस चौकी के बाहर प्रदर्शन किया और पुलिस कर्मियों (Police Personnel) पर कार्रवाई की मांग की। लोगों के गुस्से को देखते हुए एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने पुलिस चौकी कोटला के दो पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही डीएसपी जवाली सिद्धार्थ शर्मा (DSP Jawali Siddharth Sharma) को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है। डीएसपी एक हफ्ते में जांच कर रिपोर्ट एसपी को सौपेंगे।
बता दें कि रविंद्र राणा आईआरबी 6 कोलर सोलन में बतौर कांस्टेबल के पद पर कार्यरत है। कांस्टेबल रविंद्र राणा के खिलाफ उनकी पत्नी ने शिकायत की थी। इसी शिकायत पर पुलिस ने 107/51 के तहत कार्रवाई की। इसी बीच रविंद्र राणा की पिटाई को लेकर एक वीडिया सोशल मीडिया (Social Media) में वायरल (Viral) हो गया। इससे गुस्साए परिजनों व अन्य लोगों ने कोटला पुलिस चौकी के बाहर प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। आरोपी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग भी की। मामला बढ़ता देख डीएसपी ज्वाली सिद्धार्थ शर्मा को मौके पर आना पड़ा। उन्होंने लोगों को शांत करवाने की कोशिश की। इसके बाद एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायल पुलिस कांस्टेबल रविंद्र राणा की माता और बहन के बयान लिए। उसी के आधार पर दो पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया और डीएसपी को जांच का जिम्मा सौंपा।
घायल कांस्टेबल की माता ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उसके सामने ही उनके बेटे की निर्मम पिटाई की है, जिससे उसके बेटे की हालत काफी गंभीर हो गई है। उन्होंने दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।
एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन का कहना है कि रविंद्र राणा 6वीं आईआरबी में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत है। परसों कोटला पुलिस की टीम उनकी पत्नी की शिकायत को लेकर मौके पर गई थी। शायद रविंद्र राणा का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। उसको काबू करने में चोटें लग गई थीं। अगले दिन रविंद्र राणा पुलिस चैकी कोटला में बेहोश हो गया। उसे इलाज के लिए शाहपुर अस्पताल ले जाया गया। जहां से उसे मेडिकल कॉलेज टांडा (Medical College Tanda) रेफर कर दिया गया। अभी उनका इलाज पठानकोट के निजी अस्पताल में चल रहा है। एसपी ने कहा कि मामले की जांच का जिम्मा डीएसपी सिद्धार्थ शर्मा को सौंपा गया है। वह एक हफ्ते में रिपोर्ट सौंपेंगे। इसके बाद पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होगी। वहीं, लोगों के गुस्से को देखते और जांच सही तरीके से होने के मध्यनजर दो पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
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